चमक बता रही थी किस लक्ष्य की तरफ निशाना

Punjab Junction Weekly Newspaper / 10 August 2022

क्या आपने नीतीश कुमार के चेहरे की चमक कल पढ़ी थी? उनका चेहरा नीतीश के आग का प्लान बता रहा था। नीतीश कुमार पीएम मैटेरियल हैं, ये बातें आप कम से कम एक दशक से सुनते आ रहे होंगे। लेकिन अब नीतीश ने उस दिशा में कदम भी बढ़ा दिए हैं। हालांकि, मंगलवार को जब नीतीश से इस बार में पूछा गया तो वह हंसकर टाल गए। लेकिन, लेकिन ठहरिए.. बिहार में जो मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम बदला है उससे जेडीयू, आरेजडी समेत पूरा महागठबंधन खेमा खुश है। देश में पीएम नरेंद्र मोदी के सामने एक मजबूत विपक्षी उम्मीदवार की कमी है। नीतीश कुमार इस कमी को भर सकते हैं। तो जाहिर है जब लक्ष्य 2024 का है तो राजनीति के आखिरी पड़ाव में क्यों न उसपर निशाना साधा जाए।

 
  • वाकई सबके हैं नीतीश

    वाकई सबके हैं नीतीश

    नीतीश कुमार ने राज्य के सभी दलों के साथ मिलकर सरकार बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। बीजेपी से लेकर कट्टर विरोधी आरजेडी के साथ मिलकर नीतीश ने सरकार बनाई है। नीतीश कुमार की पहली सरकार 2000 में सिर्फ 7 दिन चली थी। इसके बाद उन्होंने बारी-बारी से बीजेपी और आरजेडी के समर्थन से सरकार बनाई।

     

     

  • भतीजों के साथ चेहरे की चमक का मतलब समझिए

    भतीजों के साथ चेहरे की चमक का मतलब समझिए

    बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं। बिहार बीजेपी के लिए काफी अहम राज्य है। वो जेडीयू के जरिए राज्य की सारी सीटें पर नजर बनाए हुई थी। तमाम वार-पलटवार के बाद भी अगर बीजेपी नीतीश से अलग नहीं हुई थी तो उसका कारण वही 40 सीट और जेडीयू एवं आरजेडी के वोटों का गणित है। नीतीश ने इससे पहले भी कई बार त्यागपत्र दिया है और कई बार समर्थन पत्र दिया है। पर जो चमक उनके चेहरे पर मंगलवार को दिख रही थी, वैसी पहले कभी नहीं दिखी।

     

     

  • मोदी के खिलाफ बनेंगे विपक्ष का चेहरा?

    मोदी के खिलाफ बनेंगे विपक्ष का चेहरा?

    दरअसल, इसबार नीतीश ने लंबी चाल चली है। आरजेडी की मदद से सीएम बनना तो उस लक्ष्य का एक पड़ाव भर है। इस बार पीएम मोदी के खिलाफ नीतीश कुमार की खड़ी होनी की लालसा परवान चढ़ती दिख रही है। देश में विपक्ष में अभी ऐसा कोई नेता नहीं है जो मोदी को टक्कर दे पाए।

     

     

  • लक्ष्य की तरफ आंख

    लक्ष्य की तरफ आंख

    दरअसल, नीतीश को राजनीति का चतुर खिलाड़ी माना जाता है। विश्लेषकों का मानना है कि वह कोई भी चाल बहुत सोच समझकर चलते हैं। उन्हें मालूम है कि अभी विपक्षी खेमा बिखरा है और उनकी आंख अब एकमेव लक्ष्य की तरफ देख रही है।

     

     

  • शरद, राहुल, ममता सब मान जाएंगे?

    शरद, राहुल, ममता सब मान जाएंगे?

    दरअसल, नीतीश का नाम ऐसा है जिसपर आम सहमति बनने में दिक्कत नहीं होगी। शरद पवार महाराष्ट्र की परेशानियों को संभालने में व्यस्त हैं। ममता बनर्जी ने भी केंद्र के खिलाफ अपने तेवर नरम कर लिए हैं। कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व इस वक्त ईडी के चक्कर में फंसा है। तो नीतीश के लिए यही मुफीद वक्त था जब वह एक मजबूत सरकार बनाकर मिशन पीएम की तरफ नजर लगाए।

     

     

  • नीतीश की महत्वकांक्षा होगी पूरी?

    नीतीश की महत्वकांक्षा होगी पूरी?

    इन तस्वीर को देखिए। नीतीश कुमार भतीजे तेजस्वी यादव के साथ हैं। दरअसल, 2020 चुनाव नतीजे के बाद आरजेडी कई बार कह चुकी है कि नीतीश तेजस्वी को राजपाट देकर केंद्र की राजनीति करें। नीतीश भले ही कई बार इस पीएम पद की बाद से इनकार कर रहे हों लेकिन उनके दिल के अंदर ये इच्छा हिलोरे जरूर मारती है।

     

     

  • मझे खिलाड़ी हैं नीतीश

    मझे खिलाड़ी हैं नीतीश

    नीतीश कुमार ने अपने मिशन के लिए पूरी तैयारी की है। वह बीजेपी का साथ छोड़ने से पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बात कर चुके थे। यानी मोदी के खिलाफ नीतीश के चेहरे पर कांग्रेस का मानना असंभव नहीं होगा। वहीं तेलंगाना के सीएम केसीआर और ममता बनर्जी को भी मनाया जा सकता है।

     

     

  • अलग होने की पटकथा पहले से तैयार

    अलग होने की पटकथा पहले से तैयार

    नीतीश कुमार ने अपने बड़े लक्ष्य को पूरा करने के लिए ये पटकथा पहले से तैयार कर रहे थे। नीतीश बीजेपी से लगातार दूरी बनाना शुरू कर चुके थे। अमित शाह के बैठक से दूरी से लेकर पीएम मोदी के कार्यक्रम में नहीं जाना उसी स्क्रिप्ट का हिस्सा था।

     

     

  • तो तेजस्वी को सौंप देंगे बिहार?

    तो तेजस्वी को सौंप देंगे बिहार?

    राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अगर विपक्ष के पीएम पद के कैंडिडेट के नाम पर विपक्ष की सहमति बन गई तो नीतीश कुमार बिहार का राजपाट तेजस्वी को सौंप देंगे। वैसे तो अभी 2024 का आम चुनाव करीब दो साल दूर है। ऐसे में अभी कई दिलचस्प राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिल सकता है।

     

     

  • पीएम पद पर निशाना, नीतीश ने चली है दूर की चाल OG

    पीएम पद पर निशाना, नीतीश ने चली है दूर की चाल OG

    पीएम पद पर निशाना, नीतीश ने चली है दूर की चाल