आज का इतिहास: पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा की हिमायती मलाला यूसुफजई पर तालिबान ने किया था हमला

Punjab Junction Weekly Newspaper / 09 October 2022

नई दिल्ली: 9 अक्टूबर का दिन इतिहास में 15 साल की एक किशोरी पर तालिबान के घातक हमले का साक्षी है। पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा की हिमायत करने वाली मलाला यूसुफजई की बीबीसी के जरिए गुल मकई के नाम से दुनियाभर में गूंजती आवाज को दबाने के लिए तालिबान ने उसपर हमला किया था। मलाला के सिर में गोली मारकर उसकी जान लेने की कोशिश की गई। स्कूल से घर लौट रही मलाला पर हुआ यह हमला घातक था, लेकिन मलाला का हौसला भी कम न था। ब्रिटेन में लंबे इलाज के बाद वह ठीक हुईं और एक बार फिर अपने अभियान में जुट गईं। सबसे कम उम्र में शांति का नोबेल पाने वाली मलाला आतंकवादियों के बच्चों को भी शिक्षा देने की पक्षधर हैं, ताकि वह शिक्षा और शांति का महत्व समझें।

1877 : ओडिशा के सामाजिक कार्यकर्ता, स्वतंत्रता सेनानी एवं साहित्यकार पंडित गोपाबंधु दास का जन्म।

1949 : भारतीय प्रादेशिक सेना का गठन। ब्रिटिश हुक्मरान ने ‘इंडियन टेरिटोरियल एक्ट’ के आधार पर इस सेना के गठन का रास्ता साफ किया था, लेकिन आजादी के बाद भारत के पहले गवर्नर जनरल सी राजगोपालाचारी ने औपचारिक तौर पर इसकी स्थापना की।

1877 : ओडिशा के सामाजिक कार्यकर्ता, स्वतंत्रता सेनानी एवं साहित्यकार पंडित गोपाबंधु दास का जन्म।

1949 : भारतीय प्रादेशिक सेना का गठन। ब्रिटिश हुक्मरान ने ‘इंडियन टेरिटोरियल एक्ट’ के आधार पर इस सेना के गठन का रास्ता साफ किया था, लेकिन आजादी के बाद भारत के पहले गवर्नर जनरल सी राजगोपालाचारी ने औपचारिक तौर पर इसकी स्थापना की।

2012: तालिबान के बंदूकधारियों ने पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा की हिमायत करने वाली 15 साल की मुखर वक्ता मलाला यूसुफजई को सिर में गोली मारी। मलाला इस घातक हमले में बच गईं।

Chief Editor- Jasdeep Singh  (National Award Winner)