फाइटर जेट… जेलेंस्‍की को अमेरिका लाने के लिए बाइडन ने भेजी टॉप सीक्रेट फौज, देखते रह गए पुत‍िन

Punjab Junction Weekly Newspaper / 22 December 2022

वॉशिंगटन: रूसी हमले शुरू होने के बाद पहली बार यूक्रेन के राष्‍ट्रपति वोलोदमय जेलेंस्‍की देश से बाहर निकले और बुधवार को अमेरिका की यात्रा पर पहुंचे। अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन ने जेलेंस्‍की का जोरदार स्‍वागत किया। जेलेंस्‍की ने अमेरिकी संसद को संबोधित किया और ऐलान किया कि वह रूस के सामने आत्‍मसमर्पण नहीं करेंगे। रूसी मिसाइलों की बारिश और ड्रोन हमलों के बीच जेलेंस्‍की को यूक्रेन से निकालना सुपर पावर अमेरिका समेत नाटो देशों के लिए बहुत ही खतरनाक था। यही वजह है कि बाइडन प्रशासन ने फाइटर जेट और जासूसी विमान भेजे। इस टॉप सीक्रेट हवाई सुरक्षा घेरे में जेलेंस्‍की अटलांटिक समुद्र पार करके अमेरिका पहुंच गए। आइए जानते हैं, मिशन जेलेंस्‍की के बारे में सबकुछ….

अमेरिका पहुंचे जेलेंस्‍की की बाइडन से ऐतिहासिक मुलाकात हुई। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक जेलेंस्‍की अमेरिकी सेना के सैन्‍य विमान बोइंग सी-40 के जरिए पोलैंड से यूरोप के ऊपर से उड़ते हुए अमेरिका पहुंचे। इस विमान की उड़ान से एक घंटे पहले अमेरिका ने जर्मनी से नाटो के जासूसी विमान अवाक्‍स को भेजा था। अमेरिका को रूस की समुद्र में गश्‍त लगा रही पनडुब्बियों से बड़ा डर सता रहा था। इस वजह से पूरे मिशन जेलेंस्‍की को बहुत ही गोपनीय रखा गया था।

अवाक्‍स से जेलेंस्‍की के प्‍लेन को दी सुरक्षा

जेलेंस्‍की का विमान ब्रिटेन के ऊपर से होकर गुजरा था। इस दौरान अमेरिकी वायुसेना के एफ-15 फाइटर जेट उसके साथ मौजूद थे जो एक ब्रितानी एयरबेस से उड़े थे। अमेरिका का यह फाइटर जेट परमाणु बम को गिराने में भी सक्षम है। जेलेंस्‍की का विमान जब स्‍कॉटलैंड की सीमा पार कर गया तब एफ-15 जेट वापस लौट आए। नॉर्थ सी इलाके में अमेरिकी फाइटर जेट और अवाक्‍स जासूसी विमानों ने जेलेंस्‍की के विमान को अपने सुरक्षा घेरे में रखा। इस इलाके में रूस की नौसेना की गतिविधियां बहुत ज्‍यादा हैं।

इसके बाद जेलेंस्‍की का विमान अमेरिका के जाइंट बेस एंड्रीव पहुंच गया जो वाइट हाउस से मात्र 30 मिनट की दूरी पर है। इससे जेलेंस्‍की ने ऐलान किया था कि मैं अमेरिका के रास्‍ते में हूं ताकि यूक्रेन की रक्षा क्षमता को मजबूत किया जा सके। हजारों की तादाद में लोगों ने जेलेंस्‍की के विमान को ट्रैक किया। यह विमान कुछ देर के लिए ब्रिटेन के आकाश में दिखाई दिया लेकिन बाद में फिर से यह गायब हो गया। अमेरिका पहुंचने के बाद राष्‍ट्रपति जेलेंस्‍की ने बाइडन के साथ उनके कार्यालय में मुलाकात की।

जेलेंस्की ने बाइडन को यूक्रेनी सैन्य पदक सौंपा

जेलेंस्की का अमेरिका में बड़ी गर्मजोशी से स्वागत किया गया और इस दौरान जेलेंस्की ने दुनियाभर के लोगों का मुश्किल घड़ी में यूक्रेन का साथ देने के लिए शुक्रिया अदा किया। बाइडन ने जेलेंस्की से कहा, ‘(आपके) नेतृत्व ने इस भयानक संकट के दौरान यूक्रेन के लोगों को प्रेरित किया।’ बाइडन ने कहा, ‘नव वर्ष की ओर बढ़ते हुए अमेरिका और दुनियाभर के लोगों के लिए यह जरूरी है कि वे सीधे आपसे यूक्रेन में जारी युद्ध के बारे सुनें। 2023 में भी हमें एकसाथ खड़े रहने की जरूरत है।’ जलेंस्की ऐसे समय अमेरिकी पहुंचे, जब रूस के यूक्रेन पर हमले का 300वां दिन था। बाइडन ने इस आक्रमण को यूक्रेन के लोगों पर एक अकारण, अनुचित चौतरफा हमला बताया है। जेलेंस्की ने बाइडन को यूक्रेनी सैन्य पदक ‘द क्रॉस ऑफ मिलिट्री मेरिट’ भी सौंपा।

  • Chief Editor- Jasdeep Singh  (National Award Winner)