नवाजुद्दीन सिद्दीकी को पसंद नहीं हैं अपने ही ये सुपरहिट डायलॉग्स, खुद बताया इसका कारण

Punjab Junction Newspaper | 02 January 2022

नवाजुद्दीन सिद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui) ने हर तरह के रोल निभाए। कई बेहतरीन फिल्में की। वेबसीरीज में भी अपना हाथ आजमाया और सफल हुए। कभी उनके किरदार ने तो कभी उनके बोले गए डायलॉग्स ने फैन्स को झकझोर कर रख दिया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नवाज की जो बातें हमें और आपको दीवाना बना देती हैं, वही ऐक्टर को कतई पसंद नहीं आती।

आज तक से हुई खास बातचीत के दौरान नवाजुद्दीन ने बताया कि उन्हें अपने बोले गए डायलॉग्स ही पसंद नहीं आते। ऐक्टर की मानें तो उन्हें ‘बाप का, दादा का, भाई का…’, ‘अपुन इच भगवान है’ जैसे पॉप्यूलर डायलॉग कभी अच्छे लगे ही नहीं। बल्कि लगता है कि इन सब लाइन्स को बोलते समय उन्होंने बहुत खराब काम किया है। इसके अलावा वह बताते हैं कि फिल्म माझी में उन्हें एक डायलॉग जरूर पसंद आया था, जो कि उनका फेवरेट भी है। वह कुछ इस तरह है, ‘भगवान के भरोसे मत बैठो क्या पता भगवान तुम्हारे भरोसे बैठा है।’ ये लाइन लास्ट सीन के दौरान बोली गई थी।

बता दें कि नवाजुद्दीन ने ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’, ‘बजरंगी भाईजान’, ‘किक’, ‘मोतीचूर चकनाचूर’, ‘साइको राघव’, ‘मांझी’, ‘रात अकेली है’, ‘बदलापुर’, ‘रईस’, ‘मंटो’, ‘मुन्ना माइकल’, ‘ठाकरे’, ‘मॉम’, ‘कहानी’, ‘फोटोग्राफ’, ‘सेक्रेड गेम्स’, ‘सीरीयस मैन’ जैसी तमाम फिल्मों और वेबसीरीज में काम किया पॉप्यूलैरिटी हासिल की है।

अब वह साई कबीर की डायरेक्ट की हुई फिल्म ‘टीकू वेड्स शेरू’, करीब खान की ‘बजरंगी भाईजान 2’, पवन कृपलानी की ‘फोबिया 2’, कुषन नंदी की ‘जोगीरा सारा रा रा’, शम्स सिद्दीकी की ‘बोले चूड़ियां’, निखिल अलुग की ‘द माया टेप’, तनिष्ठा चटर्जी की ‘रोम रोम’ और शब्बीर खान की ‘अद्भुत’ में नजर आएंगे।

                                                                              …………Chief Editor Jasdeep Singh