Punjab Junction Weekly Newspaper / 09 October 2022
नई दिल्ली: भारतीय दवा कंपनी मैडेन फार्मास्यूटिकल्स (Maiden Pharma) विवादों में है। कंपनी के बनाए कफ सिरप (cough syrup) को पीकर गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत का मामला सामने आया है। शनिवार को उसने इस मामले में पहली बार चुप्पी तोड़ी है। कंपनी ने ऐसी मीडिया रिपोर्टों पर हैरानी जताई है। कंपनी ने कहा है कि बच्चों की मौत के बारे में मीडिया रिपोर्टों से उसे हैरानी है। इसे लेकर वह बहुत ज्यादा दुखी है। लेकिन, उसे इस बारे में 5 अक्टूबर 2022 को ही गाम्बिया में अपने एजेंट से औपचारिक सूचना मिली है। इसके अगले दिन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कंपनी के खिलाफ अलर्ट जारी किया। वह हर एक नियम का पालन करती है।
मैडेन फार्मास्यूटिकल्स जांच के घेरे में हैं। गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत के मामले में उस पर सवाल खड़े हुए हैं। आरोप है कि भारत में बने उसके कफ सिरप को पीकर इन बच्चों की मौत हुई है। मामले पर कंपनी के डायरेक्टर विवेक गोयल की प्रतिक्रिया आई है।
गोयल ने कहा, ‘हम तीन दशक से ज्यादा समय से मेडिसिन के क्षेत्र में हैं। कंपनी सभी स्वास्थ्य प्राधिकरणों के नियमों का पालन करती आई है। इनमें भारतीय दवा नियामक डीसीजीए और स्टेट ड्रग कंट्रोलर (हरियाणा) शामिल हैं।’
गोयल ने बताया कि कंपनी के पास अपने उत्पादों का निर्यात करने के लिए मान्य अप्रूवल है। घरेलू बाजार में वह किसी भी प्रोडक्ट की बिक्री नहीं करती है। कंपनी दवा बनाने के लिए कच्चा माल भी सर्टिफाइड और प्रख्यात कंपनियों से लेती है।
मैडेन फार्मा के डायरेक्टर के मुताबिक, सरकारी एजेंसियों ने 1 अक्टूबर, 3 अक्टूबर, 6 अक्टूबर और 7 अक्टूबर को फैक्ट्री का दौरा किया था। इस दौरान सेंट्रल ड्रग्स कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSO) ने सैंपल लिए हैं। ये सैंपल डायरेक्टरों की मौजूदगी में लिए गए।
दवा नियामकों ने कोल्ड और कफ सिरप के सैंपल लिए हैं। इन्हें हरियाणा के मैन्यूफैक्चरिंग संयंत्र से लिया गया है। डब्ल्यूएचओ का मेडिकल अलर्ट जारी होने के बाद सैंपल लिए गए हैं। जल्द ही नतीजे आने की उम्मीद है।
डब्ल्यूएचओ ने बुधवार को मैडन फार्मा के चार कफ और कोल्ड सिरप पर अलर्ट जारी किया था। इन्हें भारत में बनाया जाता है। संगठन ने कहा था कि गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत से इन सिरप का कनेक्शन हो सकता है।
Chief Editor- Jasdeep Singh (National Award Winner)